शामली जनपद में लचर सिस्टम व लापरवाह प्रशासन की अतिसंवेदनहीन तस्वीरें सामने आई है, जहाँ पर एक महिला के शव को कुड़ा गाड़ी में रख कर श्मशान ले जाया जा रहा है। सिस्टम की यह शर्मनाक तस्वीर शामली जनपद के कस्बा जलालाबाद की बताई जा रही है। जहाँ पर प्रशासन की संवेदनाएं बिल्कुल खत्म हो चुकी हैं, कूड़े की गाड़ी में मृतक महिला के शव को गाड़ी में रखकर श्मशान घाट पहुँचाया है। शामली की यह संवेदनहीन तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है।
दरअसल मृतक महिला का नाम बालामती है जोकि बंगाल की रहने वाली थी। बालामती का पूरा परिवार बंगाल में रहता है। एक भाई है जोकि शामली जनपद के कस्बा जलालाबाद में रहता है। बालामती की तबियत पिछले कई महीनों से खराब थी, जिसकी सूचना पर मृतक बालामती का भाई प्रवास सरकार उर्फ डॉ० बंगाली, बंगाल चला गया और वहां से अपनी बहन बालामती को लेकर शामली लौट आया है। करीब 12 दिन पहले वह अपनी बीमार बहन को लेकर शामली आया था, लेकिन बीमारी ने बहन को ऐसा जकड़ लिया और आज सुबह उसकी मृत्यु हो गयी। जिसके बाद यह सारा वाकया हुआ है। एक तरफ बहन की मौत का गम दूसरी तरफ मतलबी दुनिया और संवदेनहीन सिस्टम की बेशर्मी।
बालामती का निधन हुआ तो आसपास के लोगों ने अर्थी को कांधा देना मुनासिब नहीं समझा, जब मदद के लिए कोई आगे नहीं आया तो लाचार भाई ने नगर पंचायत को एक प्रार्थना पत्र देकर श्मशान घाट तक शव को भेजने की गुहार लगाई। नगर पंचायत ने भी बेशर्मी दिखाते हुए कूड़े के वाहन में महिला के शव को रखकर श्मशान घाट तक पहुंचा दिया। यह फोटो किसी ने अपने मोबाइल में कैद कर ली और सोशल मीडिया पर वायरल कर दी। लोग मरती हुई संवेदनाओ को देखकर नगर पंचायत जलालाबाद को खूब खरी-खोटी सुना रहे हैं।
वहीं डीएम शामली जसजीत कौर ने बताया कि वायरल फ़ोटो का संज्ञान लिया जा रहा है। उक्त महिला की मौत कोविड से नहीं हुई है, महिला की नार्मल डेथ हुई है। शामली में शव वाहन की व्यवस्था है ऑक्सीजन की कमी नहीं है। इसके साथ ही जिले में शव वाहन या एम्बुलेंस के लिए हेल्पलाइन नंबर दिए गए है जरूरत पड़ने पर उस पर कॉल करे। फिलहाल इस प्रकरण की जाँच एसडीएम एबीएसए को सौंपी गयी है, जांच उपरांत ही दोषियों पर कार्रवाही की जायेगी।