नई दिल्ली: रक्त देना एक सरल और निस्वार्थ कार्य है जो किसी जरुरतमंद की जान बचा सकता है, इसलिए यदि आप रक्तदान करने के बारे में सोच रहे हैं, तो आप बहुत ही महान काम करने जा रहे है। लेकिन COVID-19 महामारी के दौरान COVID-19 वैक्सीन मिलने के बाद दान करना ठीक है। कोरोनाकाल में वैसे ही लोग रक्तदान को लेकर बहुत हिचकने लगने हैं, वैक्सीन लगने के बाद तो लोग रक्तदान को लेकर और भी संशय में आने लगे हैं। कई सारे लोगों को लगता है कि वैक्सीन लगने के बाद यदि रक्तदान किया गया तो शरीर और भी कमजोर हो जाएगा।
एक्सपर्ट का कहना है कि कई सारे लोगों ने वैक्सीन लगने के बाद से ही खुद से धारणाएं बना ली हैं और इस वजह से वे रक्तदान करने में हिचक रहे हैं। अधिकांश लोगों को लगता है कि वैक्सीन लगने के बाद यदि रक्तदान किया तो उनके शरीर की एंटीबॉडीज कम हो जाएगी। कई बार वे ये सोच लेते हैं कि उनके खून से कहीं मरीज को कोई समस्या न हो जाए।
जिन लोगों ने वैक्सीन के दोनों डोज ले लिए हैं और पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं, वे दो सप्ताह बाद रक्तदान कर सकते हैं। आपके रक्त से मरीज को किसी तरह का नुकसान नहीं होगा लेकिन यदि आपको कोई बीमारी है या फिरशरीर में कमजोरी, बुखार या अन्य कोई लक्षण महसूस कर रहे हैं तो आप उस समय रक्तदान न ही करें। जब आप स्वस्थ महसूस करें, तभी रक्तदान करें। पहला डोज लगने के बाद रक्तदान न करें।
ये लोग न करें रक्तदान
रक्तदान करने से पहले एक बार हर किसी को चिकित्सक से जरूर बात करनी चाहिए। उन्हें वैक्सीन का नाम, तारीख आदि के बारे में सब बताएं। यदि आपको वैक्सीन का कोई भी साइड-इफेक्ट हैं तो रक्तदान न करें। वैक्सीन लग गई है लेकिन यदि बच्चे को दूध पिलाते हैं, गर्भवती हैं तो भी रक्तदान न करें। यदि कोई एंटी-बायोटिक ले रहे हैं तो भी रक्तदान न करें क्योंकि इसका असर मरीज की सेहत पर पड़ सकता है।
रक्तदान के दौरान इन बातों का ध्यान रखें
चिकित्सक कहते हैं कि रक्तदान से डरने की कोई आवश्यकता नहीं है। वैक्सीन लगने के बाद आराम से रक्तदान करें लेकिन रक्तदान के लिए जब जाएं तो मास्क लगाएं, सैनिटाइजर साथ रखें। जरूरी नहीं कि आपको दोनों डोज लग गए हैं तो अब आपको कोरोना नहीं हो सकता है इसलिए अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें। पहला डोज लगवाने से पहले खून दे सकते हैं लेकिन बाद में अगला डोज लगने तक रक्त न दें।