उत्तर प्रदेश के बागपत जनपद में एक ईंट भट्टे की पथेर के लिए जमा किए हुए पानी के कुंड में 3 बच्चों की डूबने से दर्दनाक मौत हो गई। मृतक बच्चे 8 से 15 वर्ष के बीच की आयु के बताए गए हैं। बागपत और बड़ौत पुलिस सूचना पर मौके पर पहुंची है, लेकिन परिजन बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजे जाने का विरोध कर रहे हैं।
सहारनपुर हाईवे से बिहारीपुर गांव की ओर जाने वाले रास्ते पर नीरज कुमार का एमबीएफ नाम से एक ईंट भट्टा है। इस ईंट भट्टे के बराबर में ईंट पथेर के लिए पानी एक गड्ढे के रूप में जमा किया हुआ था। आसपास के खेतों से और पानी इस गड्ढे में जमा हो गया, जिसके बाद यह एक कुंड का रूप में तब्दील हो गया। आज ईंट भट्टे पर काम करने वाले मजदूरों के बच्चे खेलते खेलते इस कुंड में नहाने के लिए कूद पड़े।
भट्टे पर ही काम करने वाले एक मजदूर के लड़के ने ईंट भट्टे पर आकर किसी तरह उन्हें सूचना दी, तब काफी संख्या में मजदूर इकट्ठा होकर मौके पर पहुंचे। तीनों बच्चों को किसी तरह बाहर निकाला गया, परिजन बड़ौत के निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे। इन बच्चों को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। मृत बच्चों में अनिस पुत्र हरबीर उम्र 9 वर्ष निवासी गौरीपुर, सावन पुत्र संजीव उम्र 15 वर्ष, मनु पुत्र पुत्र ओमवीर उम्र 14 वर्ष निवासीगण किरठल शामिल है।
सूचना पर बागपत, बड़ौत कोतवाली की पुलिस भी ईंट भट्टे पर पहुंच गई। तीन बच्चों की मौत हो जाने से ईट भट्ठे पर कोहराम मचा हुआ था। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है । परिजन बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजे जाने का विरोध कर रहे हैं। फिलहाल मौके पर पहुँची पुलिस परिजनों को समझाने का प्रयास कर रही है।