नई दिल्ली: पंजाब विधान सभा चुनाव 2022 के पूर्व कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर बगावती तेवर दिखाए हैं। पंजाब मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के खिलाफ नवजोत ने मोर्चा खोल दिया है। तीखे तेवर के साथ सिद्धू ने कैप्टन अमरिंदर पर तीखा वार किया है। ऐसे में जब कि चुनाव सिर पर है पंजाब में कांग्रेस के अंदर चल रही कलक बढ़ती ही जा रही है कैप्टन और सिद्धू के बीच के विवाद सुलझाने में कांग्रेस समिति भी नाकाम दिख रही है क्योंकि दोनों ही पक्ष समझौते के लिए तैयार नहीं हैं। वहीं राहुल गांधी को पार्टी प्रमुख बनाने को लेकर कांग्रेस दो धड़ों में बंटी नजर आ रही है।
सिद्धू ने मीडिया को दिए इंटरव्यू में कैप्टन पर निशाना साधते हुए कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह हर दिन झूठ बोलते हैं। नवजोत ने हिंदुस्तान टाइम्स को दिए इंटरव्यू में कहा मेरे राजनीतिक करियर का मकसद सिस्टम में बदलाव लाना हैं। ऐसा परिवार जो सिर्फ अपने हितों को साधने के लिए विधायिका में बदलाव कर रहे हैं, राज्य के हितों को ताक पर रख रहे हैं। उन्होंने सब नियंत्रित कर लिया है। इन लोगों ने एक-दूसरे को बचाया। मेरी लड़ाई इस सिस्टम के खिलाफ है।
सिद्धू ने खुलासा किया कि जब पोल रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने मुझसे 60 बार मुलाकात की थी तब मैंने कांग्रेस ज्वाइन की थी। मैंने पंजाब ज्वाइन करते ही कह दिया था कि मेरा झुकाव पंजाब की ओर है। मैंने 56 विधानसभा सीटों पर प्रचार किया। अकाली-बीजेपी की सरकार ने 10 सालों में रेत की नीलामी से सिर्फ 10 करोड़ रुपये ही जमा किए। यह पैसा कहां जा रहा है? मैंने उनसे (कांग्रेस सरकार) से कहा कि आप रेत का दाम तय कीजिए और सरकारी दर पर ही बेचिए। लेकिन इस सिस्टम ने ‘न’ कह दिया।’ सिद्धू ने ये भी कहा कि जब सिस्टम ने खुद को बदलने से इनकार कर दिया, तो मैंने सिस्टम ठुकरा दिया।
सिद्धू ने एक ट्वीट किया और लिखा 17 साल से मैं लोकसभा, राज्यसभा, विधायक, मंत्री के पद पररहा लेकिन एक ही मकसद रहा, कि पंजाब का जो सिस्टम है वो बदलूं और लोगों के हाथ में ताकत वापस दूं। मैंने हर सिस्टम के रिफार्म की कोशिश को ही नकार दिया, तो मैंने सिस्टम को ही ठुकरा दिया। चाहे मुझे कैबिनेट के लिए क्यों न ऑफर आते रहें हो। नवजोत सिंह सिद्धू का ये बयान ऐसे समय में आया है कांग्रेस पार्टी पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 से पहले सब कुछ सही करने का प्रयास कर रही है। वहीं कैप्टन के सोमवार को दिल्ली जाने की बात कही जा रही हैं और 22 जून को वो एआईसीसी पैनल से मुलाकात तो करेंगे साथ कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी से मिलने की उम्मीद जा रही है। कांग्रेस में चल रही खींचतान के बीच सिद्धू का ये बयान जल्द ही उनकी ओर से किसी बड़े बदलाव का संकेत दे रहा है।