नई दिल्ली: देश के वरिष्ठ पत्रकार और फाइनेंशियल एक्सप्रेस के प्रबंधक संपादक सुनील जैन का कोरोना वायरस से निधन हो गया है। 58 वर्षीय सुनील जैन कोरोना से संक्रमित पाए जाने के बाद अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली में भर्ती कराए गए थे। दिल्ली एम्स में ही उन्होंने अपनी अंतिम सांसे लीं। फाइनेंशियल एक्सप्रेस एक्सप्रेस के मैनेजिंग एडिटर सुनील जैन पिछले कुछ हफ्ते से कोरोना से जूझ रहे थे। सुनील जैन की बहन संध्या जैन ने ट्वीट पर इस बात की जानकारी दी है। संध्या जैन ने ट्वीट कर लिखा, ”कोरोना वायरस की वजह से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के कारण आज (शनिवार) शाम हमने अपने भाई सुनील जैन को खो दिया है। एम्स के डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों ने उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की लेकिन कोरोना रूरी राक्षस ज्यादा शक्तिशाली निकला। तीर्थंकर उनकी आगे की यात्रा पर मार्ग दिखाएं। इस मुश्किल वक्त में हमारे साथ खड़े होने वाले सभी लोगों का आभार।”
संपादक सुनील जैन के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा है, ”आप इतनी जल्दी हमें छोड़कर चले गए सुनील जैन, मैं आपके शानदार कॉलम और अलग-अलग मामलों पर स्पष्ट और व्यावहारिक विचार की कमी को महसूस करूंगा। आपके निधन से पत्रकारिता जगत को एक बड़ा नुकसान हुआ है। आपके परिजनों और दोस्तों के प्रति मेरी संवेदना। ओम शांति।”
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सुनील जैन के निधन पर ट्वीट कर कहा, ”फाइनेंशियल एक्सप्रेस के प्रबंधक संपादक सुनील जैन का निधन एक बड़ी क्षति है। उनके साथ कई बार हुई बातचीत से काफी कुछ हासिल किया है। वह तेज, तर्रार और नए विचारों से भरे हुए थे। जैसे उनकी की गई आलोचना काटती थी, वैसे ही उनके सुझाव रचनात्मक थे। मैं व्यक्तिगत रूप से, उनकी सलाह को मिस करूंगी।”
गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट करके कहा, ”फाइनेंशियल एक्सप्रेस के मैनेजिंग एडिटर सुनील जैन जी के दुखद और असामयिक निधन पर गहरा दुख हुआ। उनका जाना पत्रकारिता जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। उनके परिवार, दोस्तों और पाठकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। शांति शांति शांति।”
03 मई 2021 को एम्स में भर्ती होने के बाद सुनील जैन ने आखिरी बार ट्वीट किया था। सुनील जैन ने लिखा था, ”मदद के लिए आप सभी का धन्यवाद। मैं यह भी नहीं जानता कि किस-किस ने मेरी मदद की है। लेकिन सबका शुक्रिया अदा करना है। अभी एम्स इमरजेंसी में हूं। इसलिए मैं अब सुरक्षित हाथों में हूं।”