नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने आज पेगासस प्रोजेक्ट की मीडिया रिपोर्ट को लेकर शून्य काल का नोटिस दिया है। बता दें कि ग्लोबल मीडिया की खोजी पत्रकारों की टीम की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत में 300 लोगों के फोन टैप किए गए। इसके लिए इजराइल की कंपनी एनएसओ के पेगासस स्पाइवेयर का इस्तेमाल किया गया है। जिन लोगों को फोन टैप किए गए उसमे केंद्रीय मंत्री, विपक्ष के नेता,जज, पत्रकार, एक्टिविस्ट से लेकर कई लोगों के नाम हैं।
संसद के मानसून सत्र से ठीक पहले जिस तरह से पेगासस का जिन्न सामने आया है उसने सरकार की मुश्किल को बढ़ा दिया है। हालांकि सरकार ने इस रिपोर्ट को सिरे से खारिज कर दिया है और कहा है कि यह रिपोर्ट निराधार औ तथ्य से बिल्कुल दूर है। आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी संसद में इसको लेकर कहा था कि यह रिपोर्ट पूरी तरह से गलत है, हमने कुछ भी गैर कानूनी तरह से नहीं किया है, अगर किसी को कोई शिकायत है तो वह केस दर्ज करा सकता है और नए आईटी कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी। लेकिन जिस तरह से विपक्ष इस पूरे मामले को लेकर सरकार को घेर रहा है उसके बाद माना जा रहा है कि संसद का मानसून सत्र इस मसले पर हंगामे की भेंट चढ़ सकता है। कांग्रेस के कई नेता सरकार पर संसद में हमलावर हैं। वरिष्ठ सांसद दिग्विजय सिंह ने भी सरकार को इस मसले पर घेरा और पूछा कि क्या सरकार ने पेगासस बनाने वाली कंपनी एनएसओ के साथ कोई बिजनेस किया है, जिसपर रविशंकर प्रसाद ने सीधा जवाब नहीं दिया और कहा कि हमने कुछ भी कानून के दायरे के बाहर जाकर नहीं किया है।