इस्लामाबाद: संयुक्त राष्ट्र महासभा यानि यूनाइटेड नेशंस जनरस एसेंबली के अध्यक्ष वोल्कन बोजकिर ने कश्मीर पर पाकिस्तान के समर्थन में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कश्मीर को लेकर विवादित बयान दिया है, जिसको लेकर पाकिस्तान के नेता काफी ज्यादा उत्साहित हो गये हैं। वोल्कन बोजकिर ने कश्मीर की तुलना फिलिस्तीन से कर दी है और कहा है कि पाकिस्तान को कश्मीर का मसला संयुक्त राष्ट्र के मंच पर और ज्यादा मजबूती से उठाना चाहिए।
पाकिस्तान के दौरे पर आए संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष वोल्कन बोजकिर ने इस्लामाबाद में कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान के पक्ष में बड़ा बयान दिया है। वोल्कन बोजकिर ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कश्मीर की तुलना फिलिस्तीन से कर दी और कहा कि पाकिस्तान को कश्मीर का मुद्दा यूनाइटेड नेशंस के प्लेटफॉर्म पर मजबूती से उठाना चाहिए। वोल्कन बोजकिर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि ‘मेरा मानना है कि पाकिस्तान का खास कर्तव्य है कि वो कश्मीर मुद्दे को जोरशोर के साथ यूनाइटेड नेशंस के प्लेटफॉर्म पर रखे और मैं इस बात से सहमत हूं कि कश्मीर और फिलिस्तीन का मुद्दा एक समान ही है।’ इससे पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यूनाइटेड नेशंस से कश्मीर मुद्दे पर दखल देने की मांग की।
पाकिस्तानी अखबार द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक वोल्कन बोजकिर ने कहा कि ‘मैंने हमेशा से कहा है कि दोनों पक्ष जम्मू-कश्मीर की स्थिति को बदलने से परहेज करें और भारत और पाकिस्तान को यूनाइटेड नेशंस के चार्टर के तहत यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल के प्रस्तावों के तहत शिमला समझौते के मुताबिक ही शांतिपूर्ण समाधान निकाला जाना चाहिए था।’ माना जा रहा है कि वोल्कन बोजकिर का इशारा कश्मीर से भारत सरकार द्वारा हटाए गये अनुच्छेद 370 और 35ए को लेकर था। आपको बता दें कि भारत सरकार ने 5 अगस्त 2019 को संसद में बहुमत से प्रस्ताव पास कर जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटा दिया था। इसके तहत जम्मू-कश्मीर को दो केन्द्र शासित प्रदेशों में बांट दिया गया था और लद्दाख को अलग केन्द्र शासित प्रदेश बना दिया था।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कश्मीर मुद्दे को फिलिस्तीन जैसा बताते हुए कहा कि ‘फिलिस्तीन और कश्मीर, दोनों जगहों पर लोगों की आवाज को दबाया जा रहा है और दोनों जगहों पर लोगों के मानवाधिकार को कुचला जा रहा है और कश्मीर और फिलिस्तीन में लोगों के मानवाधिकार की रक्षा होनी चाहिए।’ पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा कि ‘मैंने संयुक्त राष्ट्र महासभा का ध्यान कश्मीर की गंभीर स्थिति को समझने के लिए आकर्षित किया था’। पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने कहा कि ‘कश्मीर और फिलिस्तीन के मुद्दे का समधान करना अंतर्राष्ट्रीय दायित्व है और संयुक्त राष्ट्र को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। कश्मीर समस्या एक हकीकत है और इससे ना ही कोई इनकार कर सकता है और ना ही कश्मीर विवाद को कोई यूनाइटेड नेशंस के एजेंडे से हटा सकता है।’
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष को पाकिस्तान आने का निमंत्रण दिया था, जिसके बाद वोल्कन बोजकिर इस्लामाबाद के दौरे पर आये थे, जहां उन्होंने पाकिस्तानी नेताओं के साथ मुलाकात की है। वोल्कन बोजकिर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से भी अलग अलग मुलाकात की है। पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जाहिद हाफिज ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष के पाकिस्तान दौरे को लेकर कहा कि ‘वोल्कन बोजकिर ने इस बात को दोहराया है कि कश्मीर मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र यूएनएससी के एजेंडे के नजरिए से देखता है, जिसके तहत कश्मीर में स्वतंत्र और निष्पक्ष जनमत संग्रह की बात कही गई है।’
कश्मीर को लेकर पाकिस्तान बार बार अपने बयान पिछले कुछ महीनों से बदल रहा है। कश्मीर को लेकर पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने पिछले एक महीने में दो बार अपने बयान बदले हैं। इससे पहले शाह महमूद कुरैसी ने अनुच्छेद 370 को भारत का आंतरिक मामला बताया था। वहीं, कश्मीर मुद्दे को फिर से पाकिस्तान उस वक्त तूल देने की कोशिश कर रहा है जब माना जा रहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच पर्दे के पीछे बात हो रही है। पाकिस्तानी मीडिया ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पाकिस्तान का रूख कश्मीर को लेकर नरम हो गया है और वो भारत से संबंध सामान्य करने के लिए लगातार बैक चैनल बात कर रहा है। वहीं, पाकिस्तानी मीडिया ने तो यहां तक कहा है कि पाकिस्तान के नेता कश्मीर मुद्दे को सिर्फ इसलिए उठा रहे हैं ताकि जनता का ध्यान भटका सकें।
वोल्कन बोजकिर के बयान से हैरानी की बात इसलिए भी नहीं है क्योंकि वोल्कन बोजकिर खुद तुर्की के रहने वाले हैं और तुर्की का रूख कश्मीर को लेकर पाकिस्तान के साथ है। लिहाजा वोल्कन बोजकिर का बयान आश्चर्यजनक नहीं कहा जा सकता है। वोल्कन बोजकिर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अध्यक्ष बनने से पहले अगस्त 2020 में भी पाकिस्तान का दौरा किया था। वोल्कन बोजकिर तुर्की के पूर्व डिप्लोमेट और पॉलिटिशियन हैं। उन्होंने करीब विश्व के अलग अलग देशों में तुर्की का प्रतिनिधित्व किया है और वो तीन बार तुर्की के सांसद भी रह चुके हैं।