पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एक करीबी नेता रविवार को कांग्रेस नेता पी चिदंबरम से ट्विटर पर भिड़ गए। दरअसल पी चिदंबरम ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक न्यूज चैनल की रिपोर्ट पोस्ट की थी जिसमें बिहार के एक सरकारी अस्पताल की बदहाल स्थिति को दिखाया गया था। यह रिपोर्ट दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (डीएमसीएच) की थी, जिसमें अस्पताल की जर्जर हालत को उजागर किया गया था। पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री ने इस रिपोर्ट को पोस्ट करते हुए कहा, यह रिपोर्ट चौंकाने वाली और निंदनीय है। उन्होंने आगे कहा कि क्या सीएम ने बीते 15 सालों में दरभंगा का दौरा किया, जहां के एक अस्पताल कि स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल उठ रहे हैं। वह पिछले 15 सालों से बिहार के मुख्यमंत्री हैं।
पी. चिदंबरम द्वारा इस रिपोर्ट को अपने ट्विटर पर पोस्ट करने के बाद बिहार सरकार में मंत्री संजय कुमार झा भड़क गए और उन्होंने पी. चिंदमबरम पर अपना गुस्सा निकलाते हुए एक के बाद एक ट्वीट किए। इसपर पलटवार करते हुए झा ने ट्वीट किया, ‘लोगों को जो थोड़ी बहुत आशंका चिदंबरम के जमीन से कटे होने को लेकर थी वह भी इस बयान से दूर हो गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वयं जन नेता बने हैं आपके नेता की तरह नहीं है जिन्हें विरासत में कुर्सी मिली है जिसे आप पूजते हैं।’
उन्होंने डीएमसीएच के खराब हालात के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि अस्पताल सभी सुविधाओं से लैस है और यहां कोरोना मरीजों को बेहतर इलाज मिल रहा है। इसकी निगरानी सीएम नीतीश कुमार नियमित रूप से कर रहे हैं।
बिहार सरकार में संजय झा जल संसाधन और सूचना जैसे अहम विभाग को देख रहे हैं। उन्होंने एक अन्य ट्वीट के जरिए कहा कि पी. चिदंबरम ने एक चैनल की रिपोर्ट का हवाला देकर डीएमसीएच की जिस जर्जर बिल्डिंग को दिखाया वह कांग्रेस के कई वर्षों के कुशासन का प्रतीक है। उन्होंने बिहार में कांग्रेस के साथी रहे आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर सवाल उठाते हुए कहा कि, ‘आपके साथिओं ने बिहार को बर्बाद कर दिया और उसे अंधकार में ढकेल दिया और साल 2005 में सत्ता में आए नीतीश कुमार के लिए एक घटिया विरासत पीछे छोड़ गए।’