लंदन: ब्रिटेन में एक युवती ने धूप में निकलने की बड़ी कीमत चुकाई है। साउथ वेल्स की 26 वर्षीय महिला लॉरेन स्टेसी को इस बात का अंदाजा नहीं था कि उसके साथ ऐसा होगा। स्टेसी को धूप से एलर्जी थी, जिसके चलते उनके चेहरे का बुरा हाल हो गया। वह किसी मॉन्स्टर की तरह दिखने लगी। अपना ऐसा हाल होने के बाद उन्होंने बिट्रेन में लोगों को धूप से बचने की सलाह दी है। दक्षिण वेल्स के स्वानसी की रहने वाली एनएचएस वर्कर लॉरेन स्टेसी जून 2019 में बारबाडोस अपने दोस्तों के साथ छुट्टी पर गई थी। मैं जब हॉलिडे पर थी तब मैंने अपनी पूरी बॉडी पर सनस्क्रीन क्रीम लगाई हुई थी लेकिन मैं शायद उस समय अपने माथे और चेहरे पर ये क्रीम लगाना भूल गई थी। अगले दिन जब में सोकर जागी तो मुझे अपना चेहरा थोड़ा सूजा हुआ फील हो रहा था। मैंने अपनी आंखें खोलने की कोशिश की थी लेकिन मैं उन्हें खोल नहीं पा रही थी।
लॉरेन ने बताया कि, मैंने इसके बाद अपने रूममेट से पूछा था कि क्या मेरा चेहरा नॉर्मल लग रहा है? लॉरेन ने कहा कि मेरी ऐसी हालत देखकर मेरी दोस्त घबरा गई। उसने मुझे कहा कि मुझे खुद अपनी शक्ल शीशे में देखनी चाहिए। मैंने जब शीशे में देखा तो मेरी आंखें इतनी ज्यादा सूजी थी कि मैं ठीक से कुछ देख नहीं पा रही थी। एक आंख पूरी तरह से बंद हो गई थी। मेरी शक्ल इतनी बिगड़ गई थी।
इसके बाद में स्थानीय डॉक्टर के पास पहुंचीं। डॉक्टर्स ने बताया कि उन्हें सूरज की किरणों के चलते एलर्जिक रिएक्शन हो गया है। उन्होंने कहा कि जिनकी स्किन सूर्य की किरणों को लेकर संवेदनशील होती है, उन्हें इस तरह की सन एलर्जी हो सकती हैं। डॉक्टर्स ने बताया कि मुझे सन पॉइजिनिंग हो गई थी। ये धूप से झुलसने का सबसे एक्स्ट्रीम फॉर्म है। सन पॉइजिनिंग के चलते चेहरे पर सूजन और सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।
लॉरेन की मुश्किलें यहीं कम नहीं हुई। लॉरेन जब अपनी छुट्टियों से वापस लौटीं तो उन्हें एक और परेशानी का सामना करना पड़ा। जब लॉरेन सूजे हुए चेहरे के साथ एयरपोर्ट पर पहुंची तो डिजिटल फेस सॉफ्टवेयर ने उनके चेहरे को पहचानने से मना कर दिया था। जिसके बाद वे काफी परेशान हो गईं, हालांकि वहां मौजूद एयरपोर्ट स्टाफ ने उन्हें सपोर्ट किया और उन्हें जाने दिया। कई दिनों के दवा के इस्तेमाल के बाद लॉरेन चेहरा पुरानी स्थिति में लौट पाया।