सहारनपुर। नगर निगम के जलकल विभाग ने विश्वकर्मा चैक के निकट ढमोला नदी पर टूटी पुरानी पाइप लाईन के स्थान पर रिकाॅर्ड 72 घंटे के भीतर नयी पाइप लाइन डालकर उसे चालू कर दिया। मेयर संजीव वालिया और क्षेत्रीय पार्षदों ने मंगलवार की रात स्वयं अपने सामने इसे चालू कराया। गत शनिवार की शाम ढमोला नदी पर पुराने पुल के टूट जाने से पानी की लाईन भी क्षतिग्रस्त हो गयी थी। नयी लाइन चालू हो जाने से वार्ड 37 व वार्ड 21 सहित अनेक क्षेत्रों के हजारों लोगों ने राहत की सांस ली है।
विश्वकर्मा चैक के निकट ढमोला नदी पर ब्रिटिश काल में बना करीब पौने दो सौ साल पुराना लोहे का पुल गत शनिवार की शाम बारिश के चलते क्षतिग्रस्त होकर गिर गया था। पुल के निकट से गुजर रही पेयजल आपूर्ति की पाइप लाइन भी इससे क्षतिग्रस्त हो गयी थी। जिससे वार्ड 37 और वार्ड 21 की हिम्मतनगर, ब्रजेश नगर, कपिल विहार व पेपर मिल रोड की दर्जनों कालोनियों की पेयजल आपूर्ति ठप हो गयी थी। लोगों की पेयजल समस्या को देखते हुए मेयर संजीव वालिया और नगरायुक्त ज्ञानेंद्र सिंह ने जलकल विभाग को पुरानी पाइप लाइन के स्थान पर तुरंत नयी पाइप लाइन डालने के आदेश दिए थे।
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महाप्रबंधक जलकल मनोज आर्य ने बताया कि मेयर संजीव वालिया और नगरायुक्त ज्ञानेंद्र सिंह के निर्देश पर जलकल विभाग की टीम ने रात दिन कार्य कर रिकाॅर्ड 72 घंटे में मंगलवार की रात नयी पाइप लाइन डालकर जलापूर्ति शुरु कर दी। उन्होंने बताया कि पुरानी पाइप लाईन 24 इंच की थी जो पीछे से 20 इंच की आ रही थी लेकिन पुल पर वह 24 इंच की थी और आगे फिर 20 इंच की हो जाती थी।
उन्होंने बताया कि नयी पाइप लाइन भले ही छह इंच की है लेकिन उसमें प्रेशर इतना है कि उक्त काॅलोनियों के लोगों को उतनी ही जलापूर्ति हो रही है जितनी पहले हो रही थी। उन्होंने बताया कि जलापूर्ति में प्रेशर अधिक महत्व रखता है। उन्होंने बताया कि नयी पाइप लाइन नये पुल से ले जाकर पुल पार पुरानी पाइप लाइन में ही जोड़ दी गयी है। जिससे जलापूर्ति सुचारु हो गयी है। महाप्रबंधक मनोज आर्य ने बताया कि कोरोना कर्फ्यू के दौरान श्रम शक्ति की कमी के चलते कार्य काफी चुनौती भरा था लेकिन विभाग ने अपने अधिशासी अभियंता सुशील सिंघल, सहायक अभियंता ईश्वर सिंह, जेई ललित, विनीत राणा व देशांतर के सहयोग से 72 घंटे में ही जलापूर्ति के कार्य को पूरा कर इस बड़ी समस्या का समाधान कर दिया है।
मेयर संजीव वालिया ने बताया कि पुरानी पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने पर सबसे पहले जलकल विभाग के हमारे इंजीनियरों द्वारा दोनों ओर की पाइप लाईन बंद की गयी ताकि दोनों ओर के क्षेत्रों की जलापूर्ति बाधित न हो सके। इसके बाद नयी पाइप लाइन डालने का कार्य शुरु कराया गया। जिन क्षेत्रों में लाइन टूटने से जलापूर्ति बाधित हुयी थी उन क्षेत्रों में 9 टैंकरों से लगातार उसी दिन से जलापूर्ति करायी जा रही थी।
उन्होंने बताया कि रात करीब एक बजे उन्होंने स्वयं अपनी देख रेख में नयी पाइप लाइन से जलापूर्ति का कार्य शुरु कराया है। इस दौरान उनके साथ पार्षद सिद्धार्थ सैनी, ललित कटारिया, पार्षद प्रतिनिधि अजय शर्मा व सुरेन्द्र धवन भी मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि आज भी अधिकारियों ने नयी लाइन का निरीक्षण किया है, आज शाम तक कोई शिकायत जलापूर्ति को लेकर नहीं आयी है। मेयर संजीव वालिया व नगरायुक्त ज्ञानेंद्र सिंह ने इतने कम समय में जलापूर्ति सुचारु करने के लिए जलकल विभाग की सराहना की है।