येरूशलम: इजरायल और फिलिस्तीन के बीच जानलेवा जंग जारी है और अभी तक इस जंग में 150 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। हमास और इजरायल एयरफोर्स लगातार एक दूसरे को टार्गेट कर रही है और कोई रूकना या थमना नहीं चाह रहा है। इन सबके बीच अब इजरायल ने अपनी लड़ाई को और तेज करते हुए टैंक से गोले दागने शुरू कर दिए हैं तो गाजा पट्टी में इजरायली एयरफोर्स लगातार हमास के ठिकानों पर बम बरसा रही है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ कह दिया है कि हमास को खत्म करने तक इजरायल डिफेंस फोर्स एयरस्ट्राइक करती रहेगी। लेकिन इन सबके बीच फिलिस्तीनियों ने जान बचाने के लिए अपने घरों को छोड़कर पलायन करना शुरू कर दिया है। हजारों फिलिस्तीन अपने घर, अपनी दुकान, अपनी सामान छोड़कर सुरक्षित ठिकानों की तरफ जान बचाने के लिए पलायन करना शुरू कर दिया है।
इजरायल और फिलिस्तीन के बीच ये खूनी संघर्ष का अंत जब तक होगा, उस वक्त तक हजारों परिवारों की जिंदगी पूरी तरह से उजड़ चुकी होगी। इस लड़ाई के बीच हजारों लोग अपनी और अपने परिवार की जिंदगी बचाने के लिए पलायन कर रहे हैं। फिलिस्तीन के लोगों के लिए जान बचाना अभी सबसे जरूरी बात बन गई है और जान बचाने के लिए लोग संघर्ष कर रहे हैं। शुक्रवार को भी इजरायल ने फिलिस्तीन के गाजा पट्टी पर एक के बाद एक कई एयर स्ट्राइक किए हैं। इजरायल का कहना है कि वो हमास को खत्म करने तक एयरस्ट्राइक करता रहेगा। इजरायल की कार्रवाई में हमास के कई नेता मारे गये हैं जबकि बेगुनाह बच्चे और महिलाएं भी बम बारूद का शिकार बनी हैं। हमास के कई दफ्तरों को भी इजरायली सेना ने ध्वस्त कर दिया है। एक रिपोर्ट के दौरान एक एयरस्ट्राइक के दौरान फिलिस्तीन का एक परिवार पूरी तरह साफ हो गया और कई घर पूरी तरह से बर्बाद हो गये।
चरमपंथी संगठन अपनी राजनीति को बरकरार रखने के लिए इजरायल से लड़ाई मोल लेता है जबकि इजरायल इसी ताक में रहता है कि कब हमास या फिलिस्तीन गलती करे और वो फिलिस्तीन की और जमीन हड़प ले। चरमपंथी संगठन हमास अभी तक हजारों रॉकेट से इजरायल पर हमला कर चुका है, जिसमें इजरायल को भी काफी नुकसान पहुंचा है लेकिन इजरायल के हमले में फिलिस्तीन को काफी ज्यादा नुकसान हो रहा है। वहीं, सीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक वेस्ट बैंक में इजरायली सैनिकों के साथ झड़प में कम से कम 10 फिलिस्तीनी मारे गये हैं। कई रिपोर्ट्स में कहा गया है कि इजरायल के ऑपरेशन में कई बेगुनाह लोगों की मौत हो चुकी है जबकि इजरायल कहता है कि वो आतंकियों को मार रहा है।
फिलिस्तीन के स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक अभी तक 500 से ज्यादा फिलिस्तीनी इजरायली हमले में मारे जा चुके हैं। फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ज्यादातर लोग इजरायली फोर्स को गोलियों से घायल हुए हैं। वहीं, फिलिस्तीन के एक पीड़ित ने अपनी आपबीती बताते हुए कहा कि ‘हम घर के बाहर खिड़की से देखने की हिम्मत नहीं कर पाते हैं। हम नहीं जानना चाहते हैं कि कौन सा रॉकेट किसे मार रहा है। हमने जब सुबह घर के बाहर देखा तो चारों तरफ तबाही मची हुई थी। सड़क पर चारों तरफ पेड़ टूटे पड़े थे। आसमान काले धुएं के गुबार से भरा था। सामने दर्जनों घर टूटे पड़े थे।’ एक चश्मदीद ने कहा कि इजरायली हमले में एक गर्भवती महिला समेत 4 लोगों मौत एक बिल्डिंग के गिरने की वजह से हो गई। कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फिलिस्तीन के हजारों लोग अलग अलग स्कूलों में शरण ले रहे हैं तो यूएन के शरणार्थी कैंप में फिलिस्तीन शरण ले रहे हैं। पीड़ितों का कहना है कि ‘हमें नहीं पता कि कोरोना से बचना है या फिर किसी रॉकेट से। मेरे बच्चे भूखे हैं, हमारे पास उन्हें खिलाने के लिए कुछ नहीं है। हमारे पास सोने के लिए चादर नहीं है। हम क्या करें, हम समझ नहीं पा रहे हैं।’
इजरायली फोर्स को सबसे पहले हमास ने ही निशाना बनाना शुरू किया। हमास ने ही सबसे पहले एक साथ 700 रॉकेट इजरायल पर छोड़े थे और अभी तक करीब 1800 रॉकेट हमास इजरायल के अलग अलग शहरों पर दाग चुका है। हमास ने इजरायल के रिहायशी इलाकों में गोले और रॉकेट दागे हैं। हमास कहता है कि यहूदियों को मिटा देंगे। इजरायल ने कहा है कि ‘हमास ने आबादी वाले इलाकों में हमला किया है। हमास ने मानवता को शर्मसार किया है और इसका मुंहतोड़ जवाब उन्हें मिलेगा।’ ऐसे में स्थिति अब ये बन चुकी है कि इजरायल ने रूकने से इनकार कर दिया है तो हमास किसी की बात सुनने को तैयार नहीं है। कई देशों ने शांति के लिए मध्यस्तता की कोशिश की है लेकिन अभी तक कामयाबी नहीं मिली है।