नई दिल्ली: देश में कोरोना की दूसरी लहर आते ही सबसे पहले अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर की किल्लत हुई। जिस वजह से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की मांग तेजी से बढ़ी। जिसके बाद राजधानी दिल्ली में नवनीत कालरा ने कई लोगों के साथ मिलकर इसकी कालाबाजारी शुरू कर दी। हालांकि कुछ वक्त बाद दिल्ली पुलिस को इसका पता चल गया और उसके कई अड्डों पर छापेमारी हुई। इसके बाद से कालरा की तलाश जारी थी, जिसमें रविवार को सफलता हासिल हुई।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक मशहूर खान चाचा रेस्टोरेंट के मालिक नवनीत कालरा को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की कालाबाजारी का खुलासा होते ही वो फरार हो गया था, जिसकी तलाश में कई टीमों को लगाया गया। इसके अलावा दिल्ली पुलिस ने उसके खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया था। जिस पर वो अग्रिम जमानत के लिए कोर्ट पहुंच गया, लेकिन उसे वहां से भी राहत नहीं मिली।
13 मई को साकेत कोर्ट में हुई सुनवाई में नवनीत के वकील ने कहा था कि दिल्ली पुलिस ने गलत तरीके से उनके क्लाइंट को फंसाया है। उनके मुवक्किल ने किसी भी उपकरण की कालाबाजारी नहीं की है। उन्होंने दावा किया कि नवनीत ने कानून के तहत आक्सीजन कंसंट्रेट को मंगवाकर बेचे थे। हालांकि कोर्ट ने सभी दलीलों को सिरे से खारिज कर जमानत देने से इनकार कर दिया था।
शुरुआती जांच में पता चला कि 17 अप्रैल से 3 मई के बीच नवनीत कालरा और मैट्रिक्स सेलुलर के उसके साथियों ने 13 करोड़ के 7 हजार 500 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर्स हासिल किए थे। डीसीपी (साउथ) अतुल ठाकुर के मुताबिक खरीदे गए ज्यादातर ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर्स की कीमत 14 हजार से 18 हजार के बीच थी, लेकिन मौके से जो रसीद बरामद हुई उसके मुताबिक एक-एक ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर्स को 70 हजार तक में बेचा गया है।