बीजिंग: विश्व की सबसे ज्यादा आबादी वाला देश चीन बना हुआ है और चीन की आबादी अब बढ़कर एक अरब 41 करोड़ हो गई है। पिछले 10 सालों में चीन की आबादी में 5.38 प्रतिशत का इजाफा हो गया है और अब चीन की आबादी बढ़कर 141 करोड़ हो चुकी है। चीन की नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टेटिटिक्स ने आधिकारिक तौर पर चीन की नई आबादी के आंकड़े जारी किए हैं।
समाचार एजेंसी स्पुतनिक की रिपोर्ट के मुताबिक छठवें राष्ट्रीय जनगणना के मुताबिक चीन की आबादी बढ़कर एक अरब 41 करोड़ हो चुकी है। रिपोर्ट के मुताबिक 2010 की तुलना में चीन की आबादी में सिर्फ 5.38 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। यानि 2010 की तुलना में चीन की आबादी में करीब 7 करोड़ 20 लाख का इजाफा हुआ है। चीन की राष्ट्रीय जनगणना की रिपोर्ट के मुताबिक मुख्य चीन की आबादी में औसतन हर साल 0.53 प्रतिशत का ही इजाफा होता आया है।
रिपोर्ट के मुताबिक चीन में राष्ट्रीय जन्मदर में अभी भी कमी दर्ज की जा रही है। जबकि चीन में पिछले कुछ सालों से राष्ट्रीय जन्मदर बढ़ाने की काफी कोशिश की जा रही है, फिर भी सरकार को सफलता नहीं मिली है। 2017 से लगातार चीन के राष्ट्रीय जन्मदर में कमी दर्ज की गई है। साउथ चायना पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक चीन में काफी बड़ी आबादी तेजी से बुढ़ापे की तरफ जा रही है, जिससे चीन की जनसंख्या में विविधता काफी तेजी से कम होती जा रही है जो चिंता की बात है। चीन की जनसंख्या दर में वृद्धि कई सालों से काफी कम रही है, जिसे सही करने के लिए सरकार ने वन चाइल्ड पॉलिसी को भी हटा दिया है और लोगों को दो बच्चों को जन्म देने के लिए प्रोत्साहित किया जा है लेकिन अभी तक कामयाबी नहीं मिली है। चीन की सरकार ने जन्मदर बढ़ाने के लिए कई तरह के कार्यक्रम चलाए हैं, लेकिन सफलता नहीं मिल रही है। वहीं, पिछले साल आई एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन की नई आबादी शादी से विश्वास खोती जा रही है और उनकी बच्चे पैदा करने में भी दिलचस्पी काफी कम हो रही है, इसे चीन में काफी चिंता के तौर पर देखा जा रहा है।