लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लखनऊ स्थित काकोरी इलाके में हाल ही में एटीएस ने दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है। लेकिन इस मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यूपी पुलिस को कटघरे में खड़ा कर दिया। अखिलेश यादव ने यूपी पुलिस को संदेह के घेरे में खड़ा कर दिया है, जिसके बाद उनकी काफी आलोचना हो रही है। दरअसल अखिलेश यादव ने कहा था कि मैं यूपी पुलिस पर भरोसा नहीं कर सकता हूं खासकर कि भाजपा सरकार का। वहीं सपा के नेताओं का आरोप है कि अखिलेश यादव की गलत क्लिप लोगों के बीच शेयर की जा रही है, जिससे की उनको छवि को खराब किया जा सके। मुख्यमंत्री ने का बयान उस समय आया था जब किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई थी, यह भी नहीं पता था कि ये आतंकी अल कायदा से जुड़े थे।
यूपी सरकार की ओर से रविवार को इस बात की जानकारी दी गई है कि आतंकी संगठन अल कायदा के दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है, दोनों आतंकियों को एटीएस ने लखनऊ के काकोरी इलाके से रविवार को गिरफ्तार किया है। ये दोनों आतंकी मानव बम के जरिए यूपी में कई जगहों पर बड़े धमाके की योजना बना रहे थे। जिन दो आतंकियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है उनके नाम मिन्हाज अहमद और मसीरुद्दीन हैं। इन लोगों के पास से एटीएस को बड़ी मात्रा में विस्फोटक मिला है। अडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस प्रशांत कुमार ने बताया कि दोनों ही आतंकियों 15 अगस्त से पहले लखनऊ और अन्य शहरों में आतंकियों घटनाओं को अंजाम देने की कोशिश कर रहे थे। यही नहीं अहमद और मसीरुद्दीन यूपी की अल कायदा के चीफ उमर हलमंदी के इशारों पर काम कर रहे थे। प्रशांत कुमार ने बताया कि ये आतंकी अहम ठिकानों पर धमाके की योजना बना रहे थे, जिसमे मेमोरियल और भीड़भाड़ वाले इलाके शामिल हैं। इसके लिए ये लोग हथियार और विस्फोटक इकट्ठा कर रहे थे। पुलिस के अनुसार मौलाना असीम उमर जोकि सब कॉन्टिनेंट में अल कायदा का मुखिया था, जिसे 2019 में मार दिया गया था। इसके तार उत्तर प्रदेश के संभल जिले से जुड़े थे।
दरअसल अगले साल उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव हैं, ऐसे में अखिलेश यादव के बयान को लेकर काफी हंगामा हो रहा है। भाजपा नेता उनके बयान को साझा करके उनपर निशाना साध रहे हैं। भाजपा नेता सीटी रवि ने ट्वीट कर लिखा. यह चौंकाने वाली बात है कि अखिलेश यादव कह रहे हैं कि वह यूपी पुलिस और भाजपा सरकार पर भरोसा नहीं करते हैं। ये वही लोग हैं जिन्होंने कहा था कि वह भाजपा की वैक्सीन पर भरोसा नहीं करते हैं। आखिर ये लोग किसपर भरोसा करते हैं। पाकिस्तान सरकार और उसके आतंकियों पर। वहीं अमिल मालवीय ने लिखा, पहले अखिलेश यादव को वैक्सीन पर भरोसा नहीं था, अब यूपी पुलिस की आतंक के खिलाफ कार्रवाई पर भरोसा नहीं है। अगर वह किसी पर भरोसा ही नहीं करते हैं तो आखिर वो मुख्यमंत्री क्यों बनना चाहते हैं। उन्हें घर पर ही बैठने दीजिए।