नई दिल्ली: देश में कोरोना की चाल पहले से तो सुस्त पड़ी है लेकिन उसका प्रकोप कम नहीं हुआ है। रविवार को स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटे में देश में कोरोना के 41,506 नए केस सामने आए हैं और 895 लोगों ने दम तोड़ा है। नए केस सामने आने के बाद भारत में इस वक्त एक्टिव मामलों की कुल संख्या 4,54,118 हो गई है और मौत का आंकड़ा 4,08,040 पहुंच गया है। 24 घंटों के दौरान 41,526 लोग अस्पताल से ठीक होकर घर भी लौटे हैं, जिसके बाद कुल डिस्चार्ज की संख्या 2,99,75,064 हो गई है तो वहीं देश में कुल वैक्सीनेशन का आंकड़ा 37,60,32,586 हो गया है। पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस की 37,23,367 वैक्सीन लगाई गईं है । तो वहीं देश में अब तक 43,08,85,470 सैंपल्स की टेस्टिंग हो चुकी है। जबकि देश में रिकवरी रेट अब 97.20% है और दैनिक पॉजिटिविटी रेट 2.25% है। दैनिक पॉजिटिविटी रेट लगातार 20 दिनों से 3% से कम है। भले ही देश में कोरोना के केस कम हुए हैं लेकिन अभी भी सबको सतर्क रहने की काफी जरूरत है। एम्स प्रमुख ने शनिवार को ये चेतावनी दी है कि भारत में कोरोना वायरस की तीसरी लहर “inevitable” है, और यह अगले छह से आठ सप्ताह में देश में आ सकती है इसलिए सभी को काफी सावधान रहने की आवश्यकता है क्योंकि जरा सी लापरवाही फिर से भयानक रूप ले सकती है।
तो वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन ने भी इस बात को माना है कि दुनियाभर में टीकाकरण की धीमी रफ्तार और डेल्टा संस्करण के प्रसार के कारण अधिकांश देशों में कोरोना के नए मामले फिर से बढ़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि दुनिया में कोरोना के मामलों में इजाफा होने की वजह डेल्टा वेरिएंट, सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन, लॉकडाउन में ढिलाई और वैक्सीनेशन की रफ्तार में आई कमी है, इस पर सभी को काफी ध्यान देने की जरूरत है, वरना एक बार फिर से स्थिति भयावह हो सकती है, सबके दिमाग में ये बात प्रमुख रूप से होनी चाहिए कि कोरोना वायरस खत्म नहीं हुआ है और सभी को सतर्क रहने की जरूरत है।