भारत का पहला डराने वाला केस! लेडी डॉक्टर कोरोना के ‘अल्फा’ और ‘डेल्टा’ वैरिएंट से…..
दिसपुर: कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में अपनी अहम भूमिका निभा रहे डॉक्टर भी इससे बड़ी संख्या में संक्रमित हुए हैं। देश ने हाल ही में कोरोना की दूसरी लहर की भयंकर चुनौती झेली थी। हालांकि अब हालातों में पहले की तुलना में बहुत सुधार हुआ है, लेकिन जिस तरह से कोरोना वायरस रूप बदल रहा है, उससे टेंशन खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। कोरोना के अलग-अलग वैरिएंट चिंता बढ़ा रहे हैं। इस बीच असम से एक डराने वाली खबर सामने आई है। यहां के डिब्रूगढ़ जिले में एक महिला डॉक्टर कोरोना के डबल वैरिएंट से संक्रमित मिली हैं। लेडी डॉक्टर कोरोना वायरस के अल्फा और डेल्टा दोनों वैरिएंट से संक्रमित हो गई। एक ही वक्त में दो कोरोना वैरिएंट से संक्रमित होने का यह देश का पहला केस माना जा रहा है। महिला डॉक्टर की रिपोर्ट की पुष्टि करते हुए डिब्रूगढ़ जिले में ICMR-RMRC के नोडर अधिकारी डॉ. विश्वज्योति बोरकाकोटि ने बताया है कि हमने हाल ही में एक ऐसे मामले का पता लगाया है, जिसमें एक महिला डॉक्टर को एक ही समय में दो अलग-अलग प्रकार के कोरोना वायरस से संक्रमित किया गया। महिला डॉक्टर को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं।
डॉ. विश्वज्योति के मुताबिक लेडी डॉक्टर के पति को भी कोरोना हुआ था, जिसके बाद उनकी टेस्ट रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई। रिपोर्ट में पाया गया कि वो एक ही समय में कोरोना के अल्फा और डेल्टा दोनों रूपों से संक्रमित थी। उनके पति को को अल्फा वैरिएंट की पुष्टि हुई थी। महिला डॉक्टर की रिपोर्ट कंफर्म करने के लिए दो बार टेस्ट किया गया, जिसमें दोनों बार ही कोरोना के दोनों वैरिएंट मिले।
हालांकि डॉक्टर ने बताया कि उनको कोरोना के मामूली लक्षण है, उनकी स्थिति ठीक है। इसलिए अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत थी। आपको बता दें कि दुनिया में पहला ऐसा केस बेल्जियम से सामने आया था। जहां 90 साल की बुजुर्ग महिला को एक ही वक्त में कोरोना के अल्फा और बीटा वैरिएंट ने अपनी चपेट में ले लिया था। उनकी स्थिति उस वक्त इतनी बिगड़ गई थी कि उपचार के दौरान मौत हो गई। बताया जाता है कि उनको कोरोना वैक्सीन नहीं लगी थी।